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आपदा

कविता
कविता
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जन आक्रोश को लाना है!
लोगो
को बताना
है!
आपदा को भगाना है!
सच्चे मन से आना है!सभाओ
मे विचार बनना
है!सब के मन को
केद्रित कराना है!
कि हमको आप-
दाऔँ को कम कर-
ना है|

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